एकल जीवों में प्रजनन कि विधि
खंडन
इसप्रकार के प्रजनन में यदि किसी जीव के शरीर से कोई भाग टूट कर आलग हो जाता हैं तो वह अलग हुआ भाग एक समय पश्चयात पूर्व जीव में विकसित हो जाता हैं |
उदाहरण के लिए : हाइड्रा आदि |
यह विधि उन जीवों में आई जाती हैं जिनका शरीर सरल बहुकोशिकीय संरचना में होता हैं जिससे ये जीव विकसित होकर सरल छोटे छोटे टुकड़ों में विभाजित हो जाते हैं ओर टुकडे बाद में एक पूर्व जीव का निर्माण करते हैं |
पुनरुदभवन
इस प्रकार के जीवों में क्षतिग्रस्त भाग को पुनः निर्माण करने कि क्षमता होती हैं अर्थात् किसी कारण वश जीव का कोई भाग क्षतिग्रस्त ग्रस्त हो जाये तो वह भाग कुछ समय बाद विकसित हो जाता हैं तथा इसके अन्य टुकडे जो इससे क्षतिग्रस्त होकर अलग हुए हैं वो भी नए जीव का निर्माण कर लेते हैं इस प्रकार इस जीव किनयी प्रजाति प्राप्त होती हैं इसका प्रकार का प्रजनन प्लेनेरिया में पाया जाता हैं |
मुकुलन
इस विधि में कोशिकाओं का असमान विभाजन हो जाता हैं जिसके फलस्वरूप प्राणी के शरीर पर कलिका बन जाती हैं यह जब तक प्राणी के शरीर से जोड़ी होती हैं तो यह निवह कहलाती हैं तथा जब स्वतंत्र हो जाती हैं तो स्वतंत्र प्राणी बन जाती हैं
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