NCERT, CBSE, RBSE Class 10th Science लैंगिक जनन

लैंगिक जनन

लैंगिक जनन में नर से शुक्राणुओं कि तथा मादा से अण्डाणुओं कि आवश्यकता होती हैं जब शुक्राणु और अण्डाणु आपस में मादा के गर्भाशय में मिलते हैं तो यह नयी युग्मक का निर्माण होता हैं जो बाद में माँ कि गर्भ में विकसित होकर एक जीव का निर्माण कर लेता हैं |
जहाँ पर युग्मक सदेव अगुणित रहते हैं जिनका निर्माण अर्द्धसूत्री विभाजन के द्वारा होता हैं तथा अर्द्धसूत्री विभाजन व युग्मक संलयन लैगिंक जनन की आधारभुतआवश्यकता हैं| अर्द्ध
सूत्री विभाजन के द्वारा युग्मकों का निर्माण होता हैं तथा युग्मक संलयन के द्वारा द्विगुणित युग्मक का निर्माण करते हैं |
गतिशील युग्मक को नर युग्मक था भोजन के भंडार को मादा युग्मक कहते हैं ?
लैंगिकजनन के लिए निम्न क्रियाये सम्मिलित होती हैं :
इसमें दो प्राणी भाग लेते हैं |
इसमें युग्मकों का निर्माण होता हैं |
निषेचन के फलस्वरूपयुग्मक संलयन होता हैं |
समसूत्री विभाजन के साथ अर्द्ध सूत्री विभाजन होता हैं |

इसमें उत्पन्न संतति में आनुवांशिक लक्ष्ण पाए जाते हैं |

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